...................
Intejaar hai tumhara Is tarah
Ki har aahat teri aane ki wajah lagti hai
Aab bharosa nahi raha in aankho ka
Har waqt jo teri raah takti hai
..............
Hum pyar karte nahi tumse
Aisa khud se hazar waar kah rahe hai
Aksar ladte hai khud se wewajh
Wewajh hi ye sitam kyu sah rahe hai
.........
Kasmakash hai ki har muskurahat
Sirf tumpe hi aakar khatm hoti hai
Hum to itne diwanne kabhi na the
Aab to har gali ishq se saaji lagti hai
......................
Chpate rahte hai khud se..
Tumse chipana muskil lagta hai
Mera dil na jaane kaha kho gaya hai
Aab waha pe tumhara dil rahta hai..
.....
शब्दों की गहराई अचूक है !! जब साथ हो जाती है तो नयी दुनिया बना लेती है !! मैं इन्ही शब्दों का शब्दकार हु , शब्दों से खेलना मेरी आदत , शब्दों में जीना मेरी हसरत !! जुडये मेरे साथ , कुछ सुनिए कुछ सुनाइए , एक दुसरे का हौसला बढाइये||
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
-
मंजिलो में चलते चलते कुछ राह बदल जातें हैं शुरुआत कहाँ होती है ये ख्तम कहीं होते है .... अक्सर राहो में चलते चलते हमराह बदल जातें है एक मोड़...
-
Sukun on my voice on youtube: http://youtu.be/TZSV1CnoRkY रात की मिट्टी को उठा कर हाथ से रगड़ रहा था , की शायद उनकी तन्हाई की...
-
किसी के इश्क की इम्तिहा न ले कोई किसी के सब्र की इंतिहा न हो जाए प्यार मर न जाए प्यासा यु ही और आंशुओ के सैलाब में ज़िन्दगी न बह जाये … ...
No comments:
Post a Comment
कुछ कहिये