तेरी आँखों में खोये रहते हैं
तेरी आँखों में खोये रहते हैं
दिन भर सोये सोये से रहते हैं
तेरी आँखों में खोये रहते हैं
...
तेरी जुल्फों को हटाने की कशिश
तेरी जुल्फों को हटाने की कशिश
हम तो तेरे पास खड़े रहते हैं
हम तो तेरे पास खड़े रहते हैं
तेरे आँखों में खोये रहते हैं ...१
....
कितनी गहरी सी हैं आँखे , उसपे हिरनी सी चमक
कितनी प्यारी हैं ये बातें , उसपे सोंधी सी महक
हम तो पल भर भी नहीं हटते हैं
तेरे आँखों में डूबे रहते हैं ...१
(Picture used from www.flickr.com)
शब्दों की गहराई अचूक है !! जब साथ हो जाती है तो नयी दुनिया बना लेती है !! मैं इन्ही शब्दों का शब्दकार हु , शब्दों से खेलना मेरी आदत , शब्दों में जीना मेरी हसरत !! जुडये मेरे साथ , कुछ सुनिए कुछ सुनाइए , एक दुसरे का हौसला बढाइये||
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गुलाबी अहसासों की महक लिए प्यारी सी रचना
ReplyDelete"कितनी गहरी सी हैं आँखे, उसपे हिरनी सी चमक
ReplyDeleteकितनी प्यारी हैं ये बातें, उसपे सोंधी सी महक"
पंक्तियाँ विशेष लगीं
खूबसूरती से काहे हैं एहसास...
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आने का शुक्रिया