कुछ मिले, तन्हाई के सिवा ,
ऐसी किस्मत नहीं लगती हैं
तक़दीर लिखी है जिसने मेरी ,
शायद उससे अब मेरी , नहीं बनती हैं
...
आधे अधूरे ख्वाबो के दिल पे ,
टुकड़े सारे फैले मिलते हैं
उम्मीदों के चेहरों पे अब तो ,
कपडे भी अब, मैले दिखते हैं ।।
.....
खाली खाली ये दुनिया , तुम बिन
कहा अब अच्छी लगती है हमको
रख लो एक कोने में दिल के
नहीं अगर है , शिकवा तुमको ।।
......
हर बात तुम्हे कह पाना मुश्किल हैं ,
बातो को तुमसे , छुपाना मुश्किल हैं
हर पल कटते है , सालो के जैसे ,
अब सालो तुम बिन , रह पाना मुश्किल हैं ।।
ऐसी किस्मत नहीं लगती हैं
तक़दीर लिखी है जिसने मेरी ,
शायद उससे अब मेरी , नहीं बनती हैं
...
आधे अधूरे ख्वाबो के दिल पे ,
टुकड़े सारे फैले मिलते हैं
उम्मीदों के चेहरों पे अब तो ,
कपडे भी अब, मैले दिखते हैं ।।
.....
खाली खाली ये दुनिया , तुम बिन
कहा अब अच्छी लगती है हमको
रख लो एक कोने में दिल के
नहीं अगर है , शिकवा तुमको ।।
......
हर बात तुम्हे कह पाना मुश्किल हैं ,
बातो को तुमसे , छुपाना मुश्किल हैं
हर पल कटते है , सालो के जैसे ,
अब सालो तुम बिन , रह पाना मुश्किल हैं ।।
बेहतर रचना .
ReplyDeleteआपकी कलम जब चलती है तो फिर बाँध लेती हैं
तक़दीर लिखी है जिसने मेरी ,
ReplyDeleteशायद उससे अब मेरी , नहीं बनती हैं
बहुत सुंदर प्रस्तुति ....मन पर ठहर गयी ..एक सोच दे गयी ....
आभार.
हर बात तुम्हे कह पाना मुश्किल हैं ,
ReplyDeleteबातो को तुमसे , छुपाना मुश्किल हैं
हर पल कटते है , सालो के जैसे ,
अब सालो तुम बिन , रह पाना मुश्किल हैं ।।
.....प्यार में डूबती उतरती दिल से लिखी दास्ताँ ......