शब्दों की गहराई अचूक है !! जब साथ हो जाती है तो नयी दुनिया बना लेती है !! मैं इन्ही शब्दों का शब्दकार हु , शब्दों से खेलना मेरी आदत , शब्दों में जीना मेरी हसरत !! जुडये मेरे साथ , कुछ सुनिए कुछ सुनाइए , एक दुसरे का हौसला बढाइये||
Wednesday, June 17, 2009
Love Aaj Kal...
लव आज कल...
दिल के दरवाजो पे दस्तक देने से पहले
दिल जैसे घरो में बस जाना कहते है
उफ़ आज कल का इश्क दीवाने
हर चीज़ शोर्ट कट में पाना चाहते है
....
मोहब्बत में उन्हें आजमाने से पहले
मोहब्बत में मर मिट जाना चाहते है
दो चार कदम चले भी नही है
और मंजिले की राहे मिलाना चाहते है..
.................
प्यार में दो चार
मौसम बिताने से पहले
सात जन्मो के किस्से सुनाना चाहते है
न जाने क्यों आज कल ये दीवाने
हवाओं में महल, बनाना चाहते है
..
इश्क नाज़ुक कड़ी है,
नादा ये आशिक कहा जानते है
सीखा है इन्होने हासिल, लड़ के करना
ये मोहब्बत की भाषा नही जानते है
....
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