धीमे से , धीमे से
अहिस्ता प्यार होने लगा है..
खुल गया है आसमा,
रंगीन, ये जहा होने लगा है...
धीमे से अहिस्ता,
प्यार होने लगा है.
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गूंजता है ये मन
जाने क्या,पूछता है ये मन
गुनगुना रही है बादिया पर,
शांत..खामोश सा मन होने लगा है...
धीमे धीमे से,
अहिस्ता प्यार होने लगा है.
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