Thursday, August 19, 2010

All is Well!!!

सब देखते हैं अंधेरे को
इस अंधेरो में रौशनी कोई क्यों देखता नहीं
हथियार खून रक्त की चर्चा हर जगह है
पाल रहें पेड़ो की माली को कोई पूछता नहीं ||
भ्रष्ट नेताओ की बात सब कोई करते हैं
रोज लड़ रहें समाजवादियो को कोई सोचता नहीं
मिल रही है हर बेकारो को जगह हर अखबारों में
अन्ना हजारे , उनिकृष्णन को कोई पूछता नहीं ||
आज भी इमानदारी कायम है
नहीं बिश्वास तो इन पक्तियों को पढने वाले दिल से पूछ लो
जो ना होती सच्चाई आज भी दिल में
तो कब के अँधेरे खा जाते हर सुबह को ||

3 comments:

  1. सटीक चिंतन ...शुक्रिया मेरे ब्लॉग पर आने के लिए

    ReplyDelete
  2. bilkul sahi kha apne ..aaj bhi imandari hai yaha per!
    sir aap apka apna blog ko bhi padhiye or mera margdarshan kijye!
    thanks

    ReplyDelete
  3. bilkul sahi kha apne ..aaj bhi imandari hai yaha per!
    sir aap apka apna blog ko bhi padhiye or mera margdarshan kijye!
    thanks

    ReplyDelete

कुछ कहिये

नक़ाब