Wednesday, June 01, 2011

अपना ले ज़िन्दगी ...

(मेरा नया गाना ज़िन्दगी से कुछ मांगते हुए किरदार के बारे में है !! मैं ज़ल्द ही इसे you Tube  पर अपने आवाज में upload  करूँगा )

मैं   जीना  चाहता  हूँ   , अपना  ले  ज़िन्दगी
कुछ  उड़ना  चाहता  हूँ   , पंख  लगा  दे  ज़िन्दगी
बीते  हैं  पल  जो  प्यार  के  , उसे  ला  दे  ज़िन्दगी
बतला  दे....  ज़िन्दगी  …..हे  ये  हे  ये  हे हे  , हे  हे  हे हे

कुछ  कशमकश  सी  है  , सुलझा  दे  ज़िन्दगी
गहरे  अंधेरो  में   , कुछ  जला  दे  ज़िन्दगी
हूँ  रौशनी  से  रूबरू  , मिला  दे  ज़िन्दगी
बतला  दे....  ज़िन्दगी  , .... हे ये हे ये हे हे , हे हे हे हे

….
कुछ  गाना  चाहता  हूँ  , गुनगुना  ले  ज़िन्दगी
बिखरे  है  सुर  जो  सारे  , साथ  ला  दे  ज़िन्दगी
अहसान  तेरा  बहुत  होगा , दिल  लगा  दे  ज़िन्दगी
बतला  दे.......  ज़िन्दगी  , .... हे ये हे ये हे हे , हे हे हे हे


कुछ  कसूर  मुझपे  हैं  , ना  सज़ा  दे  ज़िन्दगी
पा  लूँ   मंजिले  मै   , कुछ  दिखा  दे  ज़िन्दगी
भटका  हूँ   मै  बहुत  , अब  बसा  दे  ज़िन्दगी
मुझे बचा   ले .... ज़िन्दगी . ..... हे ये हे ये हे हे , हे हे हे हे
हु उ हु हु हु ... हु उ हु हु .... ला ला ... ला ला ला ....ला ला ....ला ला ||

6 comments:

  1. हर शब्‍द बहुत कुछ कहता हुआ, बेहतरीन अभिव्‍यक्ति के लिये बधाई के साथ शुभकामनायें ।

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  2. कुछ व्यक्तिगत कारणों से पिछले 15 दिनों से ब्लॉग से दूर था
    इसी कारण ब्लॉग पर नहीं आ सका !

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  3. राहुल जी आपकी EK PURAANI RACHNA रचना यहाँ पर पोस्ट की है मैंने
    http://www.sahityapremisangh.com/2011/06/blog-post_18.html

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  4. Anonymous12:58 AM

    सीधे सच्चे और बहुत अच्छे भाव - हार्दिक शुभकामनाएं

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  5. करीब १५ दिनों से अस्वस्थता के कारण ब्लॉगजगत से दूर हूँ

    http://www.sahityapremisangh.com/2011/07/blog-post.html

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  6. सुन्दर रचना , सार्थक प्रस्तुति , आभार

    रक्षाबंधन एवं स्वतंत्रता दिवस पर्वों की हार्दिक शुभकामनाएं .

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