शब्दों की गहराई अचूक है !! जब साथ हो जाती है तो नयी दुनिया बना लेती है !! मैं इन्ही शब्दों का शब्दकार हु , शब्दों से खेलना मेरी आदत , शब्दों में जीना मेरी हसरत !! जुडये मेरे साथ , कुछ सुनिए कुछ सुनाइए , एक दुसरे का हौसला बढाइये||
Thursday, May 24, 2007
Zamana
Aise na koi khole
Dil ke hai jo darwaje
Band hi rahne do unko
Bedard zamana hai
..
Rango se nahi bharte hai man
Rakto ko bahana hai
Ye kaisi aag lagi hai unme
Jinhe, har baag jalana hai
..
Haste hai jakhmo pe
Aapno ko mita dete hai
Aandhi ye ladayi ka
Kaisa aafsana hai
..
Insaaf kaisa hai khuda ka
Khuda ke bando ko hi jana hai
Chor kar , pagal papiyo ko
Bebas bhakto ko bulana hai
..
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