हर जहाँ, हर आसमाँ
हर ज़मी मिले
कोई भी ग़म न हो कभी
जहाँ भी हो , हर ख़ुशी मिले ,
तितलियोँ के पँख ले के
उड़ चले ये मन
छू लो हर छितिज़
पा लो सारे रंग
दूर ही सही पर
ये दुआ कर रहे हैं
रौशन रहे हर रास्ता तुम्हारा
कुछ दीप अपनी ,
तुम्हारी राहों पे रख रहें हैं ॥
जन्म दिन मुबारक Simi ||
हर ज़मी मिले
कोई भी ग़म न हो कभी
जहाँ भी हो , हर ख़ुशी मिले ,
तितलियोँ के पँख ले के
उड़ चले ये मन
छू लो हर छितिज़
पा लो सारे रंग
दूर ही सही पर
ये दुआ कर रहे हैं
रौशन रहे हर रास्ता तुम्हारा
कुछ दीप अपनी ,
तुम्हारी राहों पे रख रहें हैं ॥
जन्म दिन मुबारक Simi ||