शब्दों की गहराई अचूक है !! जब साथ हो जाती है तो नयी दुनिया बना लेती है !! मैं इन्ही शब्दों का शब्दकार हु , शब्दों से खेलना मेरी आदत , शब्दों में जीना मेरी हसरत !! जुडये मेरे साथ , कुछ सुनिए कुछ सुनाइए , एक दुसरे का हौसला बढाइये||
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कभी देख लो एक नज़र इधर भी की रौशनी का इंतज़ार इधर भी हैं मुस्कुरा के कह दो बातें चार की कोई बेक़रार इधर भी हैं || समय बदलता रहता हैं हर...
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कभी मैं जो रास्ता बनु तुम मेरी मंजिल, बन जाना कभी मैं तुममे और तुम मुझमे इस तरह सिमट जाना कभी || की जब बनु मैं सोच तुम अहसास बन जाना ...
दीपावली के इस पावन पर्व पर ढेर सारी शुभकामनाएं
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामाएं ...
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामना
ReplyDelete.......ट्रेफिक जाम के लिए........ ज़िम्मेदार कौन ?
ReplyDeleteनई पोस्ट पर आपका स्वागत है